ग्रामीण अंचल के प्रतिभाशाली युवओं तक उच्च शिक्षा पहुंचाने के उददेश्य को लेकर लाल बहादुर नगर के प्रबुद्ध नागरिकों के अथक प्रयास एवं शासन के मंशा के परिणाम ही शासकीय महाविद्यालय लाल बहादुर नगर की स्थापना 14 सितम्बर 1989 को हुई थी | किसी भी शिक्षण संस्था की महत्वपूर्ण कड़ी विद्यार्थी होते हैं, प्रारंभ में 37 छात्रों के साथ स्कूल भवन में कक्षाएँ प्रारंभ हुई थी | किन्तु तब से लेकर आज तक विद्यार्थियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है | प्रारंभ में इस महाविद्यालय का संचालन शासकीय नेहरू महाविद्यालय डोंगरगढ़ के द्वारा होता रहा सन् 2008 में आहरण एवं सवितरण का अधिकार प्राप्त हो जाने के साथ स्वतंत्र अस्तित्व में आया | सांसद निधि से वर्ष 1997 में महाविद्यालय के लिए वैकल्पिक भवन का निर्माण किया गया | वर्ष 2008 में यह शासकीय कुंज बिहारी चौबे महाविद्यालय के नाम की नई पहचान लेकर 2015 में अपनी विकास गाथा के 25 वर्ष पूर्ण कर रजत जयंती तक पहुंच गया |
शासकीय कुंज बिहारी चौबे महाविद्यालय, मुंबई कोलकाता रेलमार्ग के डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन से 14 किमी. दक्षिण में. जिला मुख्यालय राजनांदगांव से पश्चिम में 40 किमी. दूर राष्ट्रिय राजमार्ग क्रमांक. 06 पर स्थित है | महाविद्यालय का वर्तमान भवन का निर्माण 2009 में पूर्ण हुआ जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री माननीय श्री रमन सिंह ने किया, तब से महाविद्यालय अपने स्वयं के भवन में संचालित हो रहा है | अपने स्थापना से लेकर इस रजत जयंती वर्ष तक इस महाविद्यालय ने ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को सदैव उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करता आ रहा है | परिणामस्वरूप यहाँ अध्ययन करने वाले कतिपय विद्यार्थियों ने राजनीति के क्षेत्र में, पत्रकारिता, सेना, पुलिस, रेल्वे एवं राज्य शासन के अनेक सेवाओं में अपना योगदान देकर महाविद्यालय को गौरवान्वित कर रहे हैं |